STORYMIRROR

Kanchan Prabha

Abstract Classics Inspirational

4  

Kanchan Prabha

Abstract Classics Inspirational

जीवन खेवईया prompt 6

जीवन खेवईया prompt 6

1 min
426


Prompt- 6

चलाने वाला जीवन की नैया

ऊपर वाला है वो खेवईया।


    उसकी इच्छा से डूबता कोई

    उसकी इच्छा से उभरे कोई।


किसी के जीवन मे हिलकोरे

किसी के जीवन की साँसे तोरे ।


     है सब उसकी लीला निराली

     नाव पतवार को खेने वाली।


वो पानी पर यूँ तैराये

जैसे बुझते दीप जलाए।


      तूफ़ा भयंकर जिसके दम पर

      वश है जिसका धरा पवन पर ।


एक ही दुनिया में पालनहार  

चाहे धरम हो सैकड़ो हजार ।


      कितनी भी कोई रोक लगाये

      इच्छा हो तो नाव डूबाये ।


किसी की मृत्यु सामने आये

लेकिन वो नैया पार लगाये।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract