जब इस दुनिया से जाऊंगा
जब इस दुनिया से जाऊंगा
जब इस दुनिया से जाऊंगा।
कुछ तो कर के जाऊंगा।
सबके दिलों में जीने के ख़्वाब,
अरमान ख़्याल सजा के जाऊंगा।
सबके सीनों में खुशी की बेहिसाब,
धूम धमाल मचा के जाऊंगा।
नौजवानों के दिलों में देशभक्ति की,
आग लगा के जाऊंगा।
उनके दिलों में एकता की शक्ति की,
अलख जगा के जाऊंगा।
देश के दुश्मनों और गद्दारों की,
दुनिया हिला के जाऊंगा।
यह धरती है जोशीले होनहारों की,
यक़ीन दिला के जाऊंगा।
अपनी खुशनुमा शख्सियत से,
दुश्मनों को रुला के जाऊंगा।
अपने हंसमुख निराले अंदाज़ से,
अपनों को हँसा के जाऊंगा।
दूर करके गिला शिकवा सबका,
सबको मिला के जाऊंगा।
सबके दिलों में प्यार वफ़ा का,
दिया जला के जाऊंगा।
शिकायत करके सारी दफ़न सब,
दिल मिला के जाऊंगा।
दुनिया में उदास और मायूस सब,
चेहरे खिला के जाऊंगा।
सब को गले लगाकर सारी,
नफ़रत मिटा के जाऊंगा।
सब को अपना बनाकर सारी,
मुहब्बत लुटा के जाऊंगा।
मेरे जैसे लाखों लोगों का,
हौसला बढ़ा के जाऊंगा।
सबकी दुआओं में रहने का,
घोंसला बना के जाऊंगा।
अपनी सारी कमज़ोरियों को,
बुरी तरह हरा के जाऊंगा।
अपनी सारी आशाओं उम्मीदों को,
अच्छी तरह जिता के जाऊंगा।
इस दुनिया में थोड़ा सा ही सही,
अपना नाम कमा के जाऊंगा।
सिर झुका कर तो बिल्कुल नहीं,
सिर बहुत ऊंचा कर के जाऊंगा।
कुछ अनोखा, कुछ अलग, कुछ अजब,
कुछ निराला, कुछ अजीब, कुछ ग़ज़ब,
कुछ तो कर के जाऊंगा।
जब इस दुनिया से जाऊंगा।
कुछ तो कर के जाऊंगा।
