जादू - एक कला
जादू - एक कला
पाषाण को इंसान बना दे, सूर्य की रोशनी में तारे दिखा दे,
फूल खिला दे आसमान में, और धरती पर बादल दिखा दे,
ऐसे-ऐसे अद्भुत चमत्कारों से भरी होती जादूगर की झोली,
जो चुटकी बजाते ही, इस खूबसूरत दुनिया की सैर करा दे,
तोता, कबूतर, साँप, बिच्छू दिखाना उसके हाथों का खेल,
जादू की छड़ी घुमा कर, पल में ही वो रोते हुओं को हँसा दे,
रंग बिरंगे कपड़े उसके, होती है बड़ी अनोखी सी वेशभूषा,
बातें उसकी ऐसी अनोखी कि हर चेहरे पे, मुस्कान जगा दे,
हर एक की पसंद का दिखाता जादू, है जादूगर मनभावन,
करे ताश से जादूगरी वो ऐसी, हथेली पर ही महल बना दे,
कभी हवा में, रोक दे इंसान को, तो कभी कर देता गायब,
भ्रम ऐसा बनाए दर्शकों में कि जादू पे पूर्ण विश्वास करा दे,
हम सब की तरह ही होता है, जादूगर भी एक आम इंसान,
खेल दिखा कर आजीविका कमाता वो, करता नहीं गुमान,
कोई छोटा तो कोई बड़ा जादूगर पर सब का एक ही काम,
कोई पहने ढीला कुर्ता पजामा, कोई सूटबूट में कमाए नाम,
करता नहीं काला जादू ये, और ना ही तंत्र मंत्र की चतुराई,
जादूगर तो है एक कलाकार, जो दिखाता हाथ की सफाई,
कभी- कभी दिखाता ऐसा जादू कि रूह तक काँप जाती,
जादूगर की जादूगरी बच्चे ही नहीं बड़ों को भी खूब भाती,
जादू इनका इतना अनोखा, सब लगता हक़ीक़त स्वरूप,
डाल दे हैरानी में सबको, बदल कर किसी इंसान का रूप,
बच्चों की जन्मदिन पार्टी हो या स्कूल का हो कोई फंक्शन,
जादूगर अपनी जादूगरी से, जीत ही लेता है सभी का मन,
कोई चौराहे पे कला दिखाए तो कोई सर्कस में करे कमाल,
छड़ी से वो कबूतर बना दे और खरगोश को बना दे रुमाल,
काग़ज़ के टुकड़े कर अनगिनत, पुष्प वो सुंदर सा बनाता,
अपनी हैट में रखकर एक सेब, झट से उसे मुर्गी बना देता,
मन की चाल से वो, भ्रम और जादू का दिखाता है करतब,
थोड़ा लाभ और मनोरंजन यही है उसके जादू का मतलब,
बिना किसी गलती के खेल हो पूरा, करता प्रयास भरसक,
शहर -शहर, नगर -नगर घूमता लेकर जादूगरी का तरकश,
अपनी जादू की कला से जादूगर करते, सबका मनोरंजन,
इसी से चलती रोजी-रोटी इनकी इसी से चलता है जीवन,
बाकी कलाओं की तरह जादूगरी भी एक कला बेमिसाल,
देश विदेश में हर जगह बजती जादूगरी की अनोखी ताल,
इतने प्रसिद्ध जादूगरों ने इस कला से अपना नाम कमाया,
जादू मुख पर लाती है मुस्कान, सारे जगत को यह बताया,
जादूगर अपनी कला से मुरझाए चेहरे पे भी ले आते जान,
इनके इस कला और प्रयास का हमें करना चाहिए सम्मान।