इश्क़ का ख्वाब
इश्क़ का ख्वाब
इस कम्ब्खत इश्क़ ने
इक बात सिखा दी हमें
के भले कितना ही शिद्दत से कर लो प्यार
कुछ ख्वाब अधुरे ही रह जाते हैं....
और जब ये दुनिया बिखर जाती है
तब ये अधूरे ख्वाब ही हमें सताते हैं....
हर पल साथ देने वाला साया भी
अंधेरे मे साथ छोड़ देता है.....
तुम कितनी ही तय कर लो मंजिलें
खुदा रास्ता मोड़ ही देता है....
इसलिये ये बात जरुर समझना
के इश्क़ का ये मकाम पूरा तो नही...
भले हार हो या जीत
ये प्यार का ख्वाब रह ही जाता है अधूरा कभी!