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Reena Tiwari

Romance

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Reena Tiwari

Romance

इश्क

इश्क

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कुछ रुका सा है कुछ फैला हुआ है

ये इश्क़ तेरा हर दवा-सा है

जो रूह में उतर गयीं है अदायगी तेरी

अब हर पहर तेरा नशा सा है

कुछ यूँ हुआ है आगमन मेरे जीवन में उसका

की अब दिल हमेशा जवाँ जवाँ-सा है

ऐसे सँवरती है वो अब हर पहर

जैसे हर मौसम सावन-सा है

मुस्कुराहट तो ऐसे जैसे हर क़र्ज़ उतारा है।


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