हिन्दीभाषी
हिन्दीभाषी
कुछ अपनी हूँ तो किसी के लिए ख़ास हूँ
हाँ मैं हिंदी भाषा हूँ जो तेरा अहसास हूँ ।
कुछ लोगों को बाँध लेती हूँ अपनेपन के धागे में
तो किसी के लिए अनपढ की छाप हूँ।
हाँ मैं हिंदी भाषा हूँ जो तेरा अहसास हूँ ।।
रखती हूँ ख़ुदमे इतनी शक्ति
जो संसार को प्रेम का पाठ पढ़ा सकूँ
कही जटिल तो कही आसान हूँ ।
कहीं विख्यात तो कही कुख्यात हूँ
हाँ मैं हिंदी भाषा हूँ जो तेरा अहसास हूँ ।
वसन बन चलती हूँ भारत के साथ
यही है उदगम तो यहीं है निवास मेरा
आंतरिक एकता का विश्वास हूँ
हाँ मैं हिंदी भाषा हूँ जो तेरा अहसास हूँ ।