इश्क
इश्क
1 min
131
ये इश्क ही तो है,
जो जीने की वजह देता है।
ये इश्क ही तो है,
जो दिल में रहने की जगह देता है।।
ये इश्क ही तो है,
जिसके लिए सब जीते हैं।
ये इश्क ही तो है,
जिसके लिए हर ग़म पीते हैं।।
ये इश्क ही तो है,
जो किसी से भी हो जाता है।
ये इश्क ही तो है,
जो अजनबी को अपना बनाता है।।
ये इश्क ही तो है,
जिसने दुनिया रंगीन बनायी है।
ये इश्क ही तो है,
जिसकी खुशबू मन में समायी है।।