इश्क की लाज रखना
इश्क की लाज रखना
मिली थी ये राहे जिस दिन,
उस दिन को तुम याद रखना।
हर पल हमारे इश्क की तुम लाज रखना।
मोहताज नहीं है हम, दिन और पल के,
तुम प्यार को जाहिर हर रोज करना।
जता ना सके मोहब्बत को लफ्ज से,
तो कहीं कागज पे लिख लेना,
फिर भी ना पढ़ पाए हम तो,
डांट कर ही समझा देना।
नहीं है बनना हमें, दास्तां गुजरे कल की,
हम तो है रोशनी तुम्हारे कल की।
गुलाब ना दे सको कभी,
तो तारीफों के फूल ही दे देना।
बस हमारे इश्क की लाज रखना।
हर पल हमें याद करना।
कभी रूठ जाएंगे हम,
तो मना लेना कसम दे कर,
अगर छूट जाए कहीं,
तो ढूंढ लेना लड़कपन समझ कर।
बस हमारे इश्क की तुम लाज रखना।
हर पल हमें याद करना।

