शायद जब सपना था शायद जब सपना था
बस यादों में जानी पहचानी, बस चंद तस्वीरों की मेरी कहानी, बस यादों में जानी पहचानी, बस चंद तस्वीरों की मेरी कहानी,
इसीलिए तो कहती हूँ ना , कुछ तो छूट दी होगी मैंने ! इसीलिए तो कहती हूँ ना , कुछ तो छूट दी होगी मैंने !
इन राा्तों पर मैं अब तेरे सिवा न चल सकूँगा हर। इन राा्तों पर मैं अब तेरे सिवा न चल सकूँगा हर।
हत्या,हत्या ,हत्या आए दिन खबरें ये छपतीं कहीं कोई मरा, किसी ने किसी को दिया दगा, इत हत्या,हत्या ,हत्या आए दिन खबरें ये छपतीं कहीं कोई मरा, किसी ने किसी को ...
बिना एक दूसरे से उकताये ऐसे ही जीवन भर प्यार से हंसते खेलते इश्क फरमाते चलते बिना एक दूसरे से उकताये ऐसे ही जीवन भर प्यार से हंसते खेलते इ...