इस कविता के बहाने..
इस कविता के बहाने..
वो "कुछ शब्द"
अव्यक्त से,
करती हूं व्यक्त
इस कविता के बहाने !!
भाव असमर्थ नहीं
विवश से हैं ,
..लो चल पड़े
इस कविता के बहाने !
न श्रृंगार, न संबोधन..
सिर्फ और सिर्फ
सीधी सरल अभिव्यक्ति
..इस कविता के बहाने !!
वो "कुछ शब्द"
अव्यक्त से,
करती हूं व्यक्त
इस कविता के बहाने !!
भाव असमर्थ नहीं
विवश से हैं ,
..लो चल पड़े
इस कविता के बहाने !
न श्रृंगार, न संबोधन..
सिर्फ और सिर्फ
सीधी सरल अभिव्यक्ति
..इस कविता के बहाने !!