इन्तजार खत्म होगा
इन्तजार खत्म होगा
ऐसा होता है जिंदगी के सफर में
कई बार हम चाह कर भी
अपना हाले दिल
बयां नहीं कर पाते
इश्क़ तो बिना पूछे कभी भी
किसी से हो जाता है
पर वो भी आपसे प्यार करे
ये जरूरी तो ना हो....
इश्क़ तो किसी दोस्त से भी
हो सकता है पर जरूरी नही
की उस दोस्ती को प्यार का
नाम दे पाए या बदल पाए
एक दोस्त एक अच्छा हमसफ़र
तो बन सकता है पर उसके
प्यार का इज़हार भी जरूरी है
वरना प्यार को मंज़िल नहीं मिलेगी...
दिमाग ये कहता है कि तू नहीं आएगा
दिल ये कहता है कि तेरा मेरा मिलन होगा
दिल और दिमाग मे चल रही जंग बहुत है
कभी दिल कभी दिमाग जीतता है....
जब दिमाग जीतता है तुझसे लड़ लेते हैं
तुझसे दूर हो जाते है तुझसे रूठ जाते हैं
जब दिल जीतता है तेरे करीब हो जाते हैं
तेरे इन्तजार की घड़ियां गिन लेते हैं
उम्मीद है कि इन्तजार खत्म होगा
मेरे तेरे प्यार के मिलन के साथ।।
