इल्तिज़ा
इल्तिज़ा
भटका हूँ सहमा हूँ उलझा हूँ दामन तेरा पकड़ा हूँ
छोड़ ना देना इस भूले बिसरे को राह दिखाना
मुझे अपने से जुदा ना करना
ए पर्वाधिकार तुझसे यह ही सिर्फ इल्तिज़ा है।
भटका हूँ सहमा हूँ उलझा हूँ दामन तेरा पकड़ा हूँ
छोड़ ना देना इस भूले बिसरे को राह दिखाना
मुझे अपने से जुदा ना करना
ए पर्वाधिकार तुझसे यह ही सिर्फ इल्तिज़ा है।