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Sarita Saini

Romance

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Sarita Saini

Romance

इज़हार-ए-इश्क़

इज़हार-ए-इश्क़

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बात-बात पर वो तुम्हारा हंसना खिलखिला के

झुका लेना पलकें यूँ नज़रें मिला के,

रहूँ भला कैसे मैं उस दिन को भुला के

प्यार है तुम्हें मुझसे,

काश ! ये कह दिया होता तुमने

थोड़े क़रीब आके ।


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