ई फगुआ है प्रीतरंग का
ई फगुआ है प्रीतरंग का


ई फगुआ है प्रीतरंग लगावण का,
ये वक्त पक्का रंग चढ़ावण का।
ये वक्त मजीरे चंग बजावण का,
ये वक्त प्रीत के गीत गावण का।
वक्त फाग की रीत निभावण का,
फाग प्यार का रंग लगावण का।।
जल बड़ा कीमती है बचावण का,
जल से म्हारा कल है ध्यान का।
जल न बर्बाद हो वाक काम का,
जल है आशीर्वाद भगवान का।
रक्षित जल से सुरक्षित कल का,
फाग प्यार का रंग लगावण का।।