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Pradeep Sahare

Romance

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Pradeep Sahare

Romance

हमसफर

हमसफर

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समंदर के लहरो सी,

लहराती हुई जिंदगी।

सम्हालते हुए चलते,

दो जीवनसाथी ।

कभी हँसते,कभी रोते।

आते हैं कभी बवंडर,

अनचाहे,जीवन में ।

कभी आते काले बादल ।

थोड़ा ड़रते तो हैं दोनो ।

फिर करते मुकाबला साथ साथ ।

हँसकर..मुस्कराकर,

छँटते हैं  काले बादल,

समय के साथ ।

हमसफर का जो,

होता हैं साथ ।

संसार के इस सहजीवन में,

कभी शिकवे भी होते,

शिकायत भी होती हैं ।

लेकिन...

 चाहत होती दोनों की,

चलता रहें यह जीवन सफर,

हमसफर के संग संग ।

सात जन्म तक ....



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