हमसफ़र
हमसफ़र
जिन्दगी का सफर एक ऐसा सफर
जो कि कटता नहीं है बिना हमसफ़र।
कसम-ए-वादे करे, और निभाए सही
ऐसा हो ज़िन्दगी में मेरा हमसफ़र।
जिसको परवाह खुद की व मेरी भी हो
केवल खुदगर्ज़ न हो मेरा हमसफ़र।
मिलते ज़ज़्बात, ख्यालात जिससे मेरे
चाहिए मुझको ऐसा कोई हमसफ़र।
थोड़ा रंगीन आशिक़ मिज़ाजी भी हो
रंग खुशियों के भर दे मेरा हमसफ़र।
शान शौकत से सर जिसका ऊँचा रहे
ऐसा संगदिल हसीं हो मेरा हमसफ़र।
