ऐसा संगदिल हसीं हो मेरा हमसफ़र। ऐसा संगदिल हसीं हो मेरा हमसफ़र।
तुम किताबों में कहानियाँ ढूंढते हो, मैं आँखों पर लिखी कहानियाँ पढ़ती हूँ। तुम किताबों में कहानियाँ ढूंढते हो, मैं आँखों पर लिखी कहानियाँ पढ़ती हूँ।
रात को आसमान में फिर चमकेंगे चांद से चमकीले मेरे ख्यालात रात को आसमान में फिर चमकेंगे चांद से चमकीले मेरे ख्यालात
उन्हें ज़िद दी हम उनके हमराज़ बने पर कमबख्त दफन थे हमारे जज़्बात उन्हें ज़िद दी हम उनके हमराज़ बने पर कमबख्त दफन थे हमारे जज़्बात
कुछ ख्यालात थे दिल के दिल में ही रह गये कुछ ख्यालात थे दिल के दिल में ही रह गये
सबने कहा आजकल तू, जरा बीमार सा लगता है। सबने कहा आजकल तू, जरा बीमार सा लगता है।