हमें डरा न पाएगा
हमें डरा न पाएगा
प्रेम से हम पर कर लेना तू जागीर
तकरार से तू हमें न डरा पाएगा
प्यार से हमने लूटा दी दुनिया
पर प्यार से हम कमजोर नहीं
हमारी रिश्ते की मिसाल तो
मिलेगी दुनिया में और नहीं
दोस्तों और दुश्मनों के बीच
हमने खींच दिया है लकीर
इसके सिवा यहां तीसरी धरा न पाएगा I
प्रेम से हम पर कर लेना तू जागीर
तकरार से तू हमें न डरा पाएगा I
अंजुमन से यहां फूल न जुदा होता है
इनसानियत को जो पूजे वह खुदा होता है
अपनी हस्ती को यों न हम खाक होने देंगे
जो यहाँ आया यहीं का हो के गया
हम भारती, भरते हैं दिल में दया
जीवंत है जीवन तीन लोक में
शहीद हुए अगर इस माटी में तू हमें मरा न पाएगा I
प्रेम से हम पर कर लेना तू जागीर
तकरार से तू हमें न डरा पाएगा I