जी चाहता है फिर से जी लूँ उन लम्हों को... जी चाहता है फिर से जी लूँ उन लम्हों को...
तुम्हारे साथ बिताए मस्ती भरे लम्हे, कैद होंगे मेरी मुट्ठी में, खुलेगी जब मुट्ठी, तो फिर रो पड़ोगे... तुम्हारे साथ बिताए मस्ती भरे लम्हे, कैद होंगे मेरी मुट्ठी में, खुलेगी जब मुट्ठ...
अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजली प्रस्तुत करती कविता। अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजली प्रस्तुत करती कविता।
काश उन पलों की यादें यादें न रहती, और वो लम्हे फिर मेरे समक्ष जीवंत हो उठते। काश उन पलों की यादें यादें न रहती, और वो लम्हे फिर मेरे समक्ष जीवंत हो उठत...
इस जन्म-मृत्यु पुनर्जन्म का असीमित चक्र है सर्वदा अनंत। इस जन्म-मृत्यु पुनर्जन्म का असीमित चक्र है सर्वदा अनंत।
उम्र के एक पड़ाव पर जीवन को हरा करती है स्मृतियाँ। उम्र के एक पड़ाव पर जीवन को हरा करती है स्मृतियाँ।