हम तैयार है.....
हम तैयार है.....
गर्मी की धूप हो,
या सर्द की ओस हो,
जिंदगी में चाहे कैसे भी रास्ते हो
चाहे रात कितनी ही काली क्यूं ना हो,
बस दिल में सुनहरी भोर की आस होगी,
जंग खत्म हो जाए बेशक पर कायम शमशीर में धार रहेगी,
अटपटे इरादे है,
कुछ सपने पूरे कुछ आधे है,
थोड़ा थोड़ा जिंदगी को जीना सीख रहे है,
हम अपनी मुट्ठी में अपने हिस्से का आसमान संजो रहे है,
चारों है भिन्न जैसे हो भिन्न दिशाएं,
हमारी अपनी अपनी खूबसूरत है आशाएं,
अपने उसूलो पर जिंदगी की नीव रखी है,
धुंधली धुंधली सी एक तसवीर हमने रची है,
वक्त से कुछ सीख रहे है,
इन टेढ़े-मेढे रास्तों के हम भटके से
मुसाफिर से अपनी मंजिल ढूंढ़ रहे हैं,
हर सवेरा हर रोज जीना है,
हर दिन एक नया मोड़ एक नया नज़राना है,
हम साथ मिलकर हर उधड़ी मुश्किल को सिल लेते है,
चांद तारो की ख्वाहिश नही हम अपने सितारे खुद बुन लेते है,
वक्त जैसा भी हों हमने उसमें भी कुछ ढूंढा है,
दिल से शुक्रिया उस रब का जिसने तकदीर में ये हसीन रिश्ता लिखा है,
जिंदगी हसीन है जो इसमें तुम सब हो,
दर्द दर्द नहीं जब तुम साथ हो।
