लक्ष्य को पाना है, आसमान को छूना है...! लक्ष्य को पाना है, आसमान को छूना है...!
अभी तो बहुत कुछ, सीखना बाकी है। अभी तो बहुत कुछ, सीखना बाकी है।
जो हार तू समझ बैठा, उस लड़ाई को तू जीत । जो हार तू समझ बैठा, उस लड़ाई को तू जीत ।
पर क्यों ज़मीन ढूँढ़ नहीं पातें? और आसमान चाहते हैं। पर क्यों ज़मीन ढूँढ़ नहीं पातें? और आसमान चाहते हैं।
हर इन्सान को एक, मुकाम हासिल करना है, पर उसे कहाँ जाना हैं, उसे क्या पता ? हर इन्सान को एक, मुकाम हासिल करना है, पर उसे कहाँ जाना हैं, उसे क्या पता ?
सफल होने के, बहुत सीढियाँ है, पहली दफा असफल हुए, तो क्या हुआ...! सफल होने के, बहुत सीढियाँ है, पहली दफा असफल हुए, तो क्या हुआ...!