पर क्यों ज़मीन ढूँढ़ नहीं पातें? और आसमान चाहते हैं। पर क्यों ज़मीन ढूँढ़ नहीं पातें? और आसमान चाहते हैं।
उस अनुभव को मैं जरूर महसूस करूंगी जब तेरे पास आने पर मेरे को महसूस होगी। उस अनुभव को मैं जरूर महसूस करूंगी जब तेरे पास आने पर मेरे को महसूस होगी।
कदम से कदम जैसे मिलकर चलते हैं I यूँ लगता है जैसे वो कोई रिश्ता बुनते हैं I कदम से कदम जैसे मिलकर चलते हैं I यूँ लगता है जैसे वो कोई रिश्ता बुनते हैं I
लक्ष्य को पाकर दिखाना है। सपनों को जी कर दिखाना है। लक्ष्य को पाकर दिखाना है। सपनों को जी कर दिखाना है।
रूकी नहीं है तलाश मंज़िल की ये तो बस ठहराव है कुछ पलों का . रूकी नहीं है तलाश मंज़िल की ये तो बस ठहराव है कुछ पलों का .
जिसने ये बातें समझ ली, उसका जीवन ही सफल है, वरना जीवन ही बेमानी है रुका हुआ पानी हैI जिसने ये बातें समझ ली, उसका जीवन ही सफल है, वरना जीवन ही बेमानी है रुका हुआ प...