हम खुद को भूला बैठे
हम खुद को भूला बैठे
तेरे चेहरे की,
मासूमियत में ही...
हम खुद को भूला बैठे ।
तेरे हँसी की,
खूबसूरती में ही ...
हम खुद को भूला बैठे ।
तेरे लफ्जों की,
घटाहों में ही ...
हम खुद को भूला बैठे ।
तेरे झूठे वादों की,
उलझन में ही ...
हम खुद को भूला बैठे ।
तेरे इश्क की,
झूठीं बातों में ही ...
हम खुद को भूला बैठे ।
इस कदर हम तुझमें,
खुद को भूला दिए ..
कि खुद - बखूद
अपना सबकुछ
तुझपर लुटा बैठे ।।