STORYMIRROR

Shyam Kunvar Bharti

Classics

3  

Shyam Kunvar Bharti

Classics

हिन्दी शिव भजन -07 -तुम गौरा के स्वामी

हिन्दी शिव भजन -07 -तुम गौरा के स्वामी

1 min
279

तेरी बेरुखी से मेरा दम न 

निकल जाये

बचा लो प्रभु कही वक्त न

निकल जाये


डम डम डमरू बाजे झांझ

करताल बाजे

बम बम भोले बोले संग है

भूत बेताल नाचे

झन झन त्रिसुल बोले

नयन विशाल शंकर खोले

नटराज नाच मस्त होले

संग मृदंग अंग अंग डोले

शिव तू अंतर्यामी तू गौरा

के स्वामी


फन फन फुँकार गले नाग मारे

चम चम चमके चन्दा ललाट सारे

सर सर पवन जटा लहराये 

हर हर गंगे फुते जाता फब्बारे

शिव तू महाज्ञानी तू गौरा के स्वामी


शमसान वासी कैलास निवासी

भूतनाथ औघड़नाथ अविनासी

बाबा विश्वनाथ बसे शिव कासी

त्रिलोकीनाथ बैद्धनाथ सुंदर रासी

जय गंगा महारानी तू गौरा के स्वामी


ज्ञान प्रकाश दो तुम जन विकाश दो

स्वक्ष आकाश दो तुम जन सुहास दो

भारती मैं अज्ञानी तू गौरा के स्वामी



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics