हिन्दी हैं हम
हिन्दी हैं हम
हिन्दी हैं हिन्दी से हिन्दी में मिल जायेंगे हम,
मातृभाषा हिन्दी क्या है दुनिया को समझायेंगे हम,
दो टूक अंग्रेजी समझकर जो तुम,
हिन्दी को महत्व नहीं देते हो,
देख लेना दुनिया वालों एक दिन,
अंग्रेजी गुलदस्ता से भी हिन्दी फूल झरायेंगे हम,
हिन्दी हैं हिन्दी से हिन्दी में मिल जायेंगे हम,,,,,,,,
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हिन्दी पुराणों का लेखन है,हिन्दी साधुओं का भजन है,
है देश हिन्दी का मित्रों, हिन्दी देश का अभिलेखन है,
द्वापर युग में भी हिन्दी, यह त्रेता युग में प्रसिद्ध रही,
हिन्दी हिन्द की दीवानी है, क्यों अंग्रेजी बोल रहे,
हिन्दी हैं हिन्दी से हिन्दी में मिल जायेंगे हम,,,,,,,,,,
क्यूं अन्य भाषा को बोलो जिससे देश पराया हो,
हिन्द की शान जो हिन्दी बोले, अंग्रेजी का सफाया हो,
ये सी से च, और सी से का, सी एच ऍच से छ को बनाती है,
मैं हिन्दी का हूं प्रेम प्रथक, भाई मेरी समझ नहीं आती है,
मां बाप मेरे हिन्दी बोलें मैं क्यूं अंग्रेजी को ढूंढूं,
अगर बनानी है पूड़ी तो आटा गीला क्यों गूंधूं,
हिन्दी हैं हिन्दी से हिन्दी में मिल जायेंगे हम,,,,,,,,
मातृभाषा हिन्दी क्या है दुनिया को समझायेंगे हम!