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Shyam Kunvar Bharti

Romance

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Shyam Kunvar Bharti

Romance

हिन्दी गजल -तेरे इश्क ने

हिन्दी गजल -तेरे इश्क ने

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मुझसे कैसी ये दुश्मनी कर ली तेरे इश्क ने

दिन का चैन रातो नींद हर ली तेरे इश्क ने

कहते है लोग खुदा बन्दगी कर लो तुम

सूरत तेरी नजर बसर कर ली तेरे इश्क ने

मै चला राहे इबादत मंज़िल खुदा की

तेरे घर डगर मगर कर ली तेरे इश्क ने

कहा किसी ने रब सब के दिल बसता है

दिल मगर तूने ठहर कर ली तेरे इश्क ने

मिलेगी सबको जन्नत सब सजदा करते है

तू मेरी जन्नत तूने नजर कर ली तेरे इश्क ने

चाँद तारे तोड़ किसको दूँ कोई बताओ मुझे

इश्के चाँद ईस कदर कर ली तेरे इश्क ने

तेरे बेगैर भारती गुज़रेगी कैसे जिंदगी मेरी

तेरी यादों के साये गुजर कर ली तेरे इश्क ने



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