हिन्दी गजल- तेरा इंतजार तो है
हिन्दी गजल- तेरा इंतजार तो है
तू मुझे चाहे न चाहे दिल तेरा तलबगार तो है
तूझे तलब मेरी हो न हो मुझे तेरा इंतजार तो है
जब भी वक्त मिले आवाज़ दे देना तुम मुझे
तू साथ चले न चले तेरी याद मेरी पतवार तो है
लब कुछ कहे न कहे आँखें सच बयां करती है
मैं खुश हूँ सच में तुझे मुझसे बहुत प्यार तो है
तू रहे जहाँ भी मेरी यादें चैन से रहने न देंगी
ठुकरा कर मेरी मोहब्बत तू मेरा गुनाहगार तो है
क्या कहूँ तुझ से जो तूने वादे किए थे बहुत
जमाना जाने न जाने तू मेरा राजदार तो है
अपनी हुस्नों जवानी का गरुर है बहुत तुझ को
बागो भंवरा की फूल को कभी दरकार तो है
अपने महबूब को मान ख़ुदा सर आँखो भारती
कबूल नहीं मेरी मोहब्बत तू मेरा सरकार तो है।।