हिंदी भाषी
हिंदी भाषी
हिंदी भाषी हैं हम।
बचपन से हिंदी बोलते आए।
हिंदी में ही सोचते थे हम
हमारे सब सपने भी हिंदी में आए।
लेकिन ऐसा क्या हुआ कि
दिखावा अंग्रेजी का करते हैं।
अंग्रेजी में लिख बोलकर
उसको हिंदी से ऊंचा होने का ढोंग रखते हैं।
कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ कर खुद को श्रेष्ठ समझते हैं।
लेकिन अब समय बदल चुका है।
सबको पता चल भी चुका है
कि श्रेष्ठता अब हिंदी में है।
सब सरकारी परीक्षाएं भी हिंदी में है।
सरकारी नोट्स जो पहले इंग्लिश में
होते थे।
आज वह फाइलें हिंदी में है।
हिंदी में ही लिख कर हमारे बहुत से लेखक हो गए महान।
रामायण और भगवद्गीता ही ,
जो है हमारी संस्कृति की पहचान।
हिंदी लिपि में रखी हर घर में देखो।
अब बच्चे बच्चे भी नहीं रहे इन पुस्तकों से अनजान।
समय बदल रहा है देखो,
समय की लो तुम नब्ज़ पहचान,
हिंदी में ही तो स्टोरी मिरर में लिखकर
हम सब ने हैं पाई पहचान।