Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

Children

4  

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

Children

हे भारत माता

हे भारत माता

1 min
31


हे भारत माता तेरा अभिनन्दन 

तेरी मिट्टी का कण-कण चन्दन 


चाहूँ तेरे चप्पे-चप्पे में हो उजियारा 

दूध-दही की बहती रहे सदा नदी धारा 


यहाँ के नेताओं को मिले सद्बुद्धि 

विधर्मियों की हो जाये बस शुद्धि 


कोई जन न कर पाये कभी क्रंदन 

हे भारत माता तेरा अभिनन्दन 


आतंकवाद-नक्सलवाद मिट जाये 

राष्ट्रप्रेम का गीत घर-घर गाया जाये 


मंदिर-मस्जिद में न हो कभी लड़ाई 

हिंदू-मुस्लिम बनकर रहें यहाँ भाई-भाई 


झूठ, कपट, छल, द्वेष का हो खंडन

हे भारत माता तेरा अभिनन्दन 


सुभाष, भगत, बिस्मिल का स्वप्न हो साकार 

दीन-दुखी, निबल-बिकल रहे न कोई लाचार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Children