हालात
हालात
हालात है ऐसे बता नहीं पाता हूँ
अपनी मजबूरी मुसकान तले छुपा जाता हूँ
जी लेता हूँ एक पल दर्द भरी जिंदगी पर
किसी के आगे नहीं गिड़गिड़ाता हुआ जानता हूँ
लोग रहम तो कर देंगे पर मेरे मजबुरियों पर हँस कर
मेरा सौदा कर देंगे इसलिए हालातों से लड़ जाता हूँ
अपनी मजबुरी दुनिया से छुपाता हूँ।
