हाल- ए- दिल ख़बर
हाल- ए- दिल ख़बर
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हम किस को सुनाएं, हाल-ए -दिल ख़बर।
हमारे बस में नहीं, सब उन्हें है ख़बर।।
अपनी जिंदगी से ना कर , फैसला मेरा ।
तेरी तकदीर पर अभी उसकी है,नज़र।।
हम साथ चले थे, उसी मंजिल की ओर।
मुझे वक्त की एक मोड़ पर ,मिला खंजर।।
इत्तेफ़ाक है; चाहने से क्या नहीं मिलता।
चंद सीढ़ी बुलंदियों के चढ़, चला इतराकर।।
तुम लौट कर आना कभी, उसी गलियां ।
तुम्हें फिर से अतीत में खींच लायेगी डर ।।
हम किस को सुनाएं, हाल- ए -दिल ख़बर।
हमारे बस में नहीं , सब उन्हें है ख़बर ।।