मैंने मेरी ये नज़्म तक़सीम इंसान से इंसान के बँटवारे को देख कर लिखी है। मुझे हमेशा ही इस बँटवारे ने ... मैंने मेरी ये नज़्म तक़सीम इंसान से इंसान के बँटवारे को देख कर लिखी है। मुझे हमे...
जो अगर उड़ते उड़ते बुझे सूरज में गिरे, तो सूरज फिर से जलने लगे। जो अगर उड़ते उड़ते बुझे सूरज में गिरे, तो सूरज फिर से जलने लगे।
देखे थे जो ख्वाब देखे थे जो ख्वाब
एक बात है ....ये वो बात जहाँ हम कुछ शब्दों की लड़ियों के बारे में सोचते हैं तो क्या- क्या ख्याल आते ह... एक बात है ....ये वो बात जहाँ हम कुछ शब्दों की लड़ियों के बारे में सोचते हैं तो क्...
आओ दोनों यह सुख-दुःख का जाम पी लेते हैं जो बची है ज़िन्दगी चलो एक साथ जी लेते हैं ! आओ दोनों यह सुख-दुःख का जाम पी लेते हैं जो बची है ज़िन्दगी चलो एक साथ जी लेते है...
बेटा एक एक खर्च के सोचे, ना हो ये दाम आखिरी। बेटा एक एक खर्च के सोचे, ना हो ये दाम आखिरी।