आओ दोनों यह सुख-दुःख का जाम पी लेते हैं जो बची है ज़िन्दगी चलो एक साथ जी लेते हैं ! आओ दोनों यह सुख-दुःख का जाम पी लेते हैं जो बची है ज़िन्दगी चलो एक साथ जी लेते है...
वक़्त को हक़ है की वो आपसे छीन ले मासूम शर्माहट वक़्त को हक़ है की वो आपसे छीन ले मासूम शर्माहट
सभी कविताएँ औरतों की लुकी- छिपी भावनाओं से सरोकार रखतीं हैं! कहीं प्रेम की बानगी है तो कहीं लहर सी ... सभी कविताएँ औरतों की लुकी- छिपी भावनाओं से सरोकार रखतीं हैं! कहीं प्रेम की बानगी...
जब कभी भावनाओं का समग्र तूफान उठता है। जब कभी भावनाओं का समग्र तूफान उठता है।