गुरु
गुरु
दीप जला के ज्ञान का
चहुं ओर प्रकाश फैलाया है
गुरु का हाथ पकड़ कर के
मैंने एक नव जीवन पाया है
आलौकित कर दे जीवन को
ऐसा एक पथ प्रदर्शक पाया है
शिक्षा का ज्ञान दे कर के
ज्ञान पुंज फैलाया है
तभी तो ईश्वर से भी ऊपर
उस गुरु ने स्थान पाया है
दीप जला के ज्ञान का
चहुं ओर प्रकाश फैलाया है
गुरु का हाथ पकड़ कर के
मैंने एक नव जीवन पाया है
आलौकित कर दे जीवन को
ऐसा एक पथ प्रदर्शक पाया है
शिक्षा का ज्ञान दे कर के
ज्ञान पुंज फैलाया है
तभी तो ईश्वर से भी ऊपर
उस गुरु ने स्थान पाया है