गुरु
गुरु
तारीफ, तासीर ज्ञान सी छाया, ख्वाब राजा बनने का दिखाया
रहम ना खाया, डर दिखाया, हर डगर निडर में बढ़ाया
काबिल है मुझको ऐसा बनाया, अब ज्ञान हरपहर नजर में गड़ाया ,
बनाया बेखबर से, सरसरी खबर से, ज्ञान आपके बिन बरबाद रहे,
शत शत नमन आपको... आपके बिचार चिर आबाद रहे !
करिश्मा से कम नहीं, जो सुलझाया मुझे,
हारा सा जन्मा था, जीत की आदत आप से,
आखिर बेज़ुबान पत्थर ही था, कोहिनूर बनाया आपने तराश के,
आपके क़दमों में मेरा सर, सर पर आप आशीर्वाद रहे,
शत शत नमन आपको... आपका परचम चिर आबाद रहे !