गम..
गम..
गम क्या है ,
ये मुझसे पूछो दोस्तों
मेरी तो पुरी जिंदगी गमों से भरी पड़ी है
डर तो अब ये लगा रहता है हरदम
की कहीं गलती से खुशी जिंदगी में आ गई
तो जगह कहाँ दूँ उसे
मेरी जिंदगी का आसरा बनने के लिए......
गम क्या है ,
ये मुझसे पूछो दोस्तों
मेरी तो पुरी जिंदगी गमों से भरी पड़ी है
डर तो अब ये लगा रहता है हरदम
की कहीं गलती से खुशी जिंदगी में आ गई
तो जगह कहाँ दूँ उसे
मेरी जिंदगी का आसरा बनने के लिए......