सृष्टी की सुंदरता....
सृष्टी की सुंदरता....
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जब जब बारिश आती है तब तब ओढ लेती हो हरे रंग की चादर..
खेलती हो टप टप गिरती बूंदोंसे और मचा देती हो चारों तरफ हलचल..
ये काले काले बादल लगा देते हैं तुझको काला टीका..
बढ जाती है सुंदरता तेरी, बेहतरीन हो जाता है नजारा..
झर झर बहने वाले झरने गाणे लग जाते है सुंदर गीत..
नीखर जाता है रुप तूम्हारा जब आता है सावन छुम के..