STORYMIRROR

हरि शंकर गोयल "श्री हरि"

Romance Classics Fantasy

4  

हरि शंकर गोयल "श्री हरि"

Romance Classics Fantasy

गजल: जिंदगी में तेरी कमी सी है

गजल: जिंदगी में तेरी कमी सी है

1 min
254

जिंदगी में तेरी कमी सी है 

मेरी आंखों में कुछ नमी सी है 


तनहा तन्हा ये दिन गुजरता है 

रात भी कुछ थमी थमी सी है 


दिल संभाले नहीं संभलता है 

गर्द यादों की जमी जमी सी है 


कैसे बतलाऊं हाल ए दिल अपना 

तू जो इतनी तनी तनी सी है 


लाखों होंगे तेरे चाहने वाले 

मेरे दिल को बस तू जमीं है 


जिंदगी में तेरी कमी सी है 

मेरी आंखों में कुछ नमी सी है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance