गीत : आजादी
गीत : आजादी
बड़े बलिदानों से मिली हमें यह आज़ादी
देखो यारों , व्यर्थ ना हो जाए यह आज़ादी,
अपने मजहब को देश के ऊपर रखते लोग
गोली की भाषा से इंकलाब को लाते लोग,
ऐसे लोगों से ही खतरे में, है अपनी ये आजादी
देखो यारों, व्यर्थ ना हो जाए यह आज़ादी,
जाति पांति में बांट, राज करते हैं लोग
भाषा प्र
ांत के नाम जहर फैलाते लोग,
देश के टुकड़े करने को कहते हैं ये आज़ादी
देखो यारों, व्यर्थ ना हो जाए यह आज़ादी ,
भीतर बाहर घात लगाकर बैठे दुश्मन
उजड़ ना जाये अपने सपनों का ये गुलशन,
आस्तीन के सांपों को अब दे दो आजादी
देखो यारों , व्यर्थ ना हो जाए यह आज़ादी,
सब मिलकर एक नये भारत का निर्माण करो
अटल अडिग मजबूत राष्ट्र की नींव धरो,
चीन तलक पहुंचे अपनी यह आज़ादी
देखो यारों, व्यर्थ ना हो जाए यह आज़ादी ।।