घर में रहें
घर में रहें
हर कोई यही सोचता है
मेरे बाहर जाने से क्या होगा
जाने से पहले अपने बेटे से पूछ
तुम्हारे ना होने से उनका क्या होगा
जाने से पहले अपने पत्नी से पूछ
तुम्हारे बिना वो कैसे रहेगी
जाने से पहले अपनी माँ से पूछ
आगे उनका ख़्याल कौन रखेगा
जाने से पहले एक बार आइना देख
सवाल ख़ुद से कर, जाना ज़रूरी है क्या
सारे सवालों का ,तू अकेला जवाब है
तेरे रहने से सबकी दुनिया आबाद है
वक्त ठहरा सा है ,कुछ दिन तू ठहर जा
ये क़रोना के क़हर से ख़ुद को बचा
घर में रहें घर में रहें और घर में ही रहें।