ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर की इस धरा पे करामात देखिए।
साँसों की जो मिली है वो सौगात देखिए।
बंजर जमीं है दिल की जगायें तो प्यार कुछ
फिर होगी ख़ूब इश्क़ की बरसात देखिए।
जिंदा जला के बेटियों को अब भी फेंकते।
कैसे हुए है देश में हालात देखिए।
अपराधी को न मिलती है अपराध की सज़ा।
यूँ ही भरी पड़ी है हवालात देखिए।
कोई भी प्रश्न पूछना अब हो गया मना।
दिल में ही रह गए है सवालात देखिए।
बातें कमल बता के मिला आपको भी क्या ?
दिल में छुपा के रखनी थी कुछ बात देखिए।