गेमकॉक्स
गेमकॉक्स
अपने सुकून के लिए मुर्गों को आपस में लड़वाना, कैसी परंपरा,
गेमकॉक्स खूनी खेल जानवरों के प्रति है दुर्व्यवहार और क्रूरता।
हजारों की भीड़ हो जाती है जमा मुर्गों की देखने के लिए लड़ाई,
जीतने के लिए जान देनी पड़ती पक्षी को यही खेल की सच्चाई।
गेमकॉक कॉकपिट में रखते हैं दो मालिक इस खेल प्रक्रिया में,
लड़ते लड़ते मुर्गे आ जाते इस खेल में बेसुध घायल अवस्था में।
फिर भी दया नहीं आती इनके मालिकों को क्रूरता उन पे हावी,
मौत आ जाए इसमें मुर्गे को पर चाहिए इनको, जीत की चाबी।
इंसानी मनोरंजन का यह खेल मासूम बेजुबानों का खून बहाता,
कितना मतलबी यह इंसान इसे धार्मिक परंपरा का रूप दे देता।
दुनिया भर में मुर्गों की लड़ाई पर भले ही बन चुके आज कानून,
फिर भी कुछ नामित स्थानीय परंपराओं को मिली है इसमें छूट।
कोलंबिया फेस्टिवल्स में मुर्गों की लड़ाई रही है विचित्र परंपरा,
कानून बनने से पहले कई शताब्दी तक खूनी खेल चलता रहा।
गर आज भी गेमकॉक्स का यह खूनी खेल जहाँ कहीं होता है,
उस स्थान के लोगों का वास्ता इंसानियत से नहीं हो सकता है।