एक उज्जवल दर्पण हो तुम
एक उज्जवल दर्पण हो तुम
एक उज्जवल दर्पण हो
तुम
तुम पर कोई कहानी
क्या लिखूं
तुम ही कर दो
मेरी प्रशंसा
कर दो
मेरे रूप की तारीफ
मेरे गुणों को परिभाषित
करते हुए
मांग लो
मेरा हाथ और
हो जाओ मेरे
हमेशा के लिए
फिर बुनेंगे
साथ मिलकर
कोई ऐसी अनोखी
प्रेम की कहानी जो
प्रेम की मिसाल बने और
साथ निभाये
मेरे तुम्हारे रिश्ते सा ही
अगले सात जन्मों तक के
लिए।