Abhishu sharma

Inspirational

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Abhishu sharma

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एक तलाश :इस्पात से सोना बनने का मेरा सफर

एक तलाश :इस्पात से सोना बनने का मेरा सफर

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मैं इस्पात,आत्मसंदेह की चिंगारी से

जलते अलाव में अपनी लगन का तेज ढूंढता ,

अपने लेश की लाश को तलाशता

कभी किसी रोज कनक बनने की आरज़ू में फौलादी डटा-खड़ा मैं, 

लोहे सा पिघलता अपना पारस पत्थर तलाशता ,

अपनी ही सुलगायी अंगीठी में, अपने जूनून में तपता ,

आगे अपने कदम बढ़ता ,खुद को तराशता ,मज़िल तलाशता  ,

अपनी राह खुद बनाने ,इस्पात से सोना बनने का

मेरा सफर तय करने अपनी आँखों में रचे -बसे उसी तेज को ज्वाला बनाने

बढ़ चला हूँ इस कुहासे में ,मैं इस्पात रास्तें की अड़चनों को लांघने बाधाओं को हरने ,

हारक बनने, अपनी उड़ान इस खुले आसमान में भरने

पक्षी वृन्द सा मैंअपने सुकून का कोना तलाशता ,

चल पड़ा हूँ कांटो भरे सफर पर मैं. 


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