एक नारी है सबपे भारी
एक नारी है सबपे भारी
सैकड़ों है नाम इनके महिला,औरत,स्त्री और नारी,
चाहे हो कोई भी मुश्किल,पड़ती है सब पे यह भारी!
नारी अपने हर दुख-दर्द को है छुपाती,
चाहे जो भी हो गम,यह हँस के सह जाती!
इनको समझना इतना न है आसान,
आये कोई भी मुसीबत,करती न किसी को परेशान!
हर महिला होती है अपने घर की महारानी,
घर से ही होती है शुरु इनकी कहानी!
इतिहास के पन्नों में बहुत-सी है महिला क्रांतिकारी,
देश की आज़ादी में इनकी भी है बराबर हिस्सेदारी!
झांसी की रानी,सरोजिनी नायडू,बेगम हज़रत महल ऐसी है बहुत सी महिलाएं,
जिनके हौसलों और जज़्बों से दुश्मन भी न बच पाए!
आजकल यह चल रही है,मिलाकर कदम से कदम,
कोई भी हो सेक्टर,नहीं है यह किसी से भी कम!
पीटी ऊषा,सायना नेहवाल,सानिया मिर्जा,बछेंद्री पाल और मैरी कॉम,
इन्होनें ऊँचा कर दिखाया,खेल जगत में हमारे देश का नाम!
कल्पना चावला,सुनीता विलियम ने की है अंतरिक्ष की सवारी,
अब तीसरी अंतरिक्ष महिला,शावना पांड्या की है बारी!
हर वक़्त निभाती है अपनों का साथ,
चाहे कितनी भी बड़ी हो कोई बात!