एक बेदर्दी बेवफा हसीना
एक बेदर्दी बेवफा हसीना


एक बेदर्दी बेवफा हसीना ने,
हमारा दिल तोड़ दिया।
बीच रास्ते अंजान राहों पर,
तन्हा यूं ही छोड़ दिया।
जब भी दिल मिले यारों कलियों को,
फूल बना रस कोई और चुग गया।
एक बेदर्दी बेवफा हसीना ने,
हमारा दिल तोड़ दिया।
बीच रास्ते अंजान राहों पर,
तन्हा यूं ही छोड़ दिया।
जब भी दिल मिले यारों कलियों को,
फूल बना रस कोई और चुग गया।