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Keshav Bansal 7thG 17

Tragedy

4.5  

Keshav Bansal 7thG 17

Tragedy

एहसास

एहसास

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एक मुट्ठी में बंद मोतियों से थे रिश्ते हमारे,

जाने क्या हो रहा है ऐसा,

जो इन मोतियों को कांच में बदल रहा है


दो पल अपने व्यस्त जीवन से

निकालिए और सोचिए 

कि आखिर पुल कहां से टूटा है

और इसे कैसे जोड़ा जाएगा।


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