STORYMIRROR

S D

Abstract Romance

4  

S D

Abstract Romance

एहसास

एहसास

1 min
247

अव्यक्त भाव है मन के,

पर प्रकट है लगाव।

कशमकश है सवालों की,

निरुत्तर है सारे जवाब।

रहस्यमय है यह उलझन बड़ी ,

जद्दोजहद है सब बेकार।

फासला है अत्यंत,

फिर भी नजदीकियां का है एहसास।

धड़कता हुआ यह दिल,

और है ख्यालों का कारवां।

नासमझ दिल तो,

अनुभवी हैं दिमाग।

चूक हैं कोई,

या फिर है सब भ्रम का माया जाल।

उदासीन है मन,

खिन्न लगें चारों दिशाएं ।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract