दूरी
दूरी
दूरी है अभी कुछ वक्त की, बना ले खुद को इतना सख्त कि
दूरी को जल्दी हो जाए खत्म होने की।
डरना अब मुमकिन नहीं हारना अब मुश्किल है,
अब तो बस जीत होगी जिस दिन ये दूरी खत्म होगी।
अब तो बस उगता सूरज ही देखना है क्योंकि
अब डूबने का समय मेरी कमियों का है।
है जो अगर जीवन कोई जंग तो आज मैं भी
मैदान नही छोड़के जाने वाला।
लग जाए ज़ोर कितना भी अब पूरा करके ही दम लेना है
सपने को जो देखा है मैंने खुली आँखों से।
बहुत सुन ली कहानी सबकी अब समय है
एक कहानी अपनी बनाने की।
दूरी है अभी कुछ वक्त की, बना ले खुद को
इतना सख्त की दूरी को जल्दी हो जाए खत्म होने की।