दुर्गा
दुर्गा
दुर्गा मां की बेटियां अब तो अपनी झलक दिखला दो
और कितना जीओगी डर डर कर, अपना आत्मसम्मान खोकर,
उठालो अपने हाथ मे मां का त्रिशूल
बिना कुछ सोचे और समझें ख़तम कर दो दुष्ट पापियों को
हिम्मत नहीं हो पाए कोई भी मर्द या औरत की
जो तुम पर ऊँगली उठाए और जीना हराम कर दे,
मत सहन करो किसी की मनमानी और दुर्व्यवहार को
दुनिया के पीछे मत भागो, समय को बहने दो अपने आप
खुद को तैयार रखो किसी भी हालत का सामना करने के लिए ,
अपने अंदर की दिव्य शक्ति को जगाओ और रक्षा करो खुद की।